चकराता टाइम्स: 19 अप्रैल 2025 को उत्तराखंड के चकराता में एक हृदयविदारक दुर्घटना ने सभी को झकझोर दिया। दिल्ली से छुट्टियां मनाने आए एक परिवार की कार पुरोडी-रावना-डामटा मार्ग पर अनियंत्रित होकर सैकड़ों फीट गहरी खाई में गिर गई। यह हादसा होटल शिव सरोवर के पास हुआ, जब कार में सवार चार लोग टाइगर फॉल की ओर जा रहे थे। कार में मौजूद परिवार के सभी सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन सौभाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ।
घायल परिवार दिल्ली के आदेश नगर, मनलिस पार्क का रहने वाला है। कार चालक शैंकी सचदेवा (38) अपनी पत्नी बीना (34), बेटी जशविता (7 वर्ष), और डेढ़ साल के बेटे रुद्रांश के साथ चकराता की प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाने आए थे। परिवार वीकेंड पर टाइगर फॉल की सैर के लिए निकला था, लेकिन होटल शिव सरोवर के पास अचानक ड्राइवर का नियंत्रण खो गया और कार खाई में जा गिरी।
बचाव कार्य और चिकित्सा
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और राहगीर तेजी से घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को खाई से निकालकर चकराता के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों के अनुसार, परिवार के सभी सदस्यों की स्थिति स्थिर है, लेकिन यह घटना उनके लिए बेहद डरावनी थी।
सड़क सुरक्षा की कमी
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे वाली जगह पर सड़क की स्थिति चिंताजनक है। सड़क किनारे क्रश बैरियर या सुरक्षा दीवार का अभाव है, और कई जगहों पर पुरानी दीवारें टूटी हुई हैं। यह स्थिति खासकर पर्यटन सीजन में खतरनाक साबित होती है, जब चकराता में पर्यटकों की भीड़ बढ़ती है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते सुरक्षा उपाय किए गए होते, तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
प्रशासन से मांग
इस घटना ने चकराता जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर सड़क सुरक्षा की खामियों को उजागर किया है। स्थानीय समुदाय ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लोगों ने सड़क पर क्रश बैरियर, मजबूत सुरक्षा दीवारें, और नियमित रखरखाव की जरूरत पर जोर दिया है। उनका कहना है कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए इस मार्ग पर तुरंत सुधार कार्य शुरू किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
चकराता का यह हादसा एक चेतावनी है कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है। दिल्ली के इस परिवार का बाल-बाल बचना राहत की बात है, लेकिन यह घटना प्रशासन के लिए सबक है। चकराता जैसे खूबसूरत स्थल को सुरक्षित और पर्यटक-अनुकूल बनाने के लिए त्वरित कदम उठाए जाने चाहिए।
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