चकराता टाइम्स देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को और सुरक्षित व व्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब चार धाम यात्रा – यानी केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – के दर्शन के लिए बायोमेट्रिक पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम 2025 की यात्रा सीजन से लागू होगा, जो 30 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है।
बायोमेट्रिक पंजीकरण क्यों जरूरी?
उत्तराखंड सरकार का कहना है कि बायोमेट्रिक पंजीकरण से श्रद्धालुओं की पहचान सुनिश्चित होगी और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा बढ़ेगी। पिछले कुछ वर्षों में चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिसके कारण भीड़ प्रबंधन और आपात स्थिति में सहायता प्रदान करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। बायोमेट्रिक डेटा के जरिए प्रशासन यात्रियों का सटीक रिकॉर्ड रख सकेगा और किसी आपदा या अन्य परिस्थिति में उनकी लोकेशन ट्रैक करना आसान होगा।
कैसे होगा पंजीकरण?
बायोमेट्रिक पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं को अपने आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का उपयोग करना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से पूरा किया जा सकता है:
- ऑनलाइन पंजीकरण: उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की आधिकारिक वेबसाइट (registrationandtouristcare.uk.gov.in) पर जाकर श्रद्धालु आधार कार्ड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा।
- ऑफलाइन पंजीकरण: हरिद्वार, ऋषिकेश, जानकीचट्टी, गंगोत्री, गुप्तकाशी और फाटा जैसे प्रमुख स्थानों पर बायोमेट्रिक केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहां यात्री अपने आधार कार्ड के साथ पंजीकरण करा सकेंगे।
नए नियम और सावधानियां
- आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट होना अनिवार्य है, वरना पंजीकरण संभव नहीं होगा।
- बिना बायोमेट्रिक पंजीकरण के किसी भी श्रद्धालु को चार धाम यात्रा मार्ग पर आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- यात्रा के दौरान चेकपॉइंट्स पर बायोमेट्रिक डेटा की जांच की जाएगी।
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सरकार की तैयारी
चार धाम यात्रा 2025 के लिए सरकार ने व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। यात्रा मार्ग पर नई चेकपोस्ट बनाई जा रही हैं, जैसे कि कटापत्थर और हरबर्टपुर, ताकि जाम की समस्या से बचा जा सके। साथ ही, स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सभी धामों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की योजना है।
श्रद्धालुओं के लिए सलाह
- यात्रा से पहले अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट करा लें।
- गर्म कपड़े, दवाइयां और जरूरी सामान साथ रखें।
- स्वास्थ्य जांच कराएं, खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह जरूरी है।
चार धाम यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र रही है। बायोमेट्रिक पंजीकरण जैसे कदम से न केवल यात्रा सुरक्षित होगी, बल्कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी। 17 अप्रैल 2025 को स्कोडा कोडिएक के लॉन्च के साथ ही यह साल उत्तराखंड के लिए कई मायनों में खास होने वाला है, लेकिन चार धाम यात्रा का उत्साह अभी से देखने को मिल रहा है।
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